भगतवगीता प्रथम अध्याय (संशय- विषाद योग) 5

श्रेणी: General | लेखक: THT | दिनांक: 15-Aug-25 04:24:38 PM
संशय और विषाद का योग — श्रीमद्भगवद्गीता के प्रथम अध्याय में परमात्मा के ज्ञान और योग के विज्ञान का वर्णन आरंभ होता है। यह अध्याय "संशय विषाद योग" कहलाता है, जिसमें कुरुक्षेत्र के युद्धभूमि पर श्रीकृष्ण और अर्जुन के मध्य संवाद होता है। अर्जुन अपने संबंधियों, गुरुजनों और मित्रों को युद्ध के लिए सामने खड़ा देखकर मोह और करुणा से भर जाता है, उसके मन में संशय और शोक उत्पन्न होता है, और वह अपने धर्म के पालन में असमर्थता प्रकट करता है।